गधी के दूध की विशेषताएं
गधी का दूध प्राकृतिक रूप से पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन A, B, C और D, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम जैसे खनिज तथा एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। गधे के दूध में कोलेस्ट्रॉल और लैक्टोज बहुत कम मात्रा में होता है।
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गधी के दूध के फायदे
गधे का दूध आयुर्वेद में दवा के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं:
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है
- वजन घटाने में मददगार है
- एलर्जी और त्वचा संबंधी बीमारियों को दूर करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में सहायक है
बच्चों के लिए गधे का दूध
गधे का दूध बच्चों के लिए बेहतरीन पोषण स्रोत है। यह उनकी शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक होता है। बच्चों को गधे का दूध पिलाने से उनकी इम्यूनिटी मजबूत होती है और वे कम बीमार पड़ते हैं।
इस गधी का दूध क्यों इतना महंगा है?
कांची नसल की गधी
भारत में कांची नसल की गधी का दूध सबसे अधिक कीमती होता है। यह तमिलनाडु की एक दुर्लभ नसल है। इन गधियों की संख्या बहुत कम है और इनके दूध की मांग विश्व स्तर पर है।
कीमत
कांची गधी के दूध की कीमत लगभग 7000 रुपये प्रति लीटर तक है, जबकि इसके दूध से बने पाउडर की कीमत 1 लाख से 1.25 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाती है।
दुर्लभता
कांची गायों की संख्या सीमित है और वे केवल तमिलनाडु में पाई जाती हैं। दूध की उपलब्धता कम होने से इसकी कीमतें आसमान छूती हैं।
औषधीय गुण
कांची गधे के दूध में विशेष प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और खनिज पदार्थ पाए जाते हैं, जो इसे विशेष औषधीय महत्व प्रदान करते हैं। इन्हीं गुणों की वजह से इस दूध की मांग और कीमत दोनों ही अधिक है।
गधे के दूध से बने उत्पाद
दूध
सबसे सरल और स्वादिष्ट रूप में गधे के दूध का सेवन किया जा सकता है। इसे गर्म या ठंडा दोनों तरह से पिया जाता है।
दही
गधे के दूध से बना दही प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर, स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार है।
पनीर
गधे के दूध से नरम और स्वादिष्ट पनीर बनता है। इसे सलाद या सब्जी के साथ खाया जा सकता है।
घी
गधे के दूध से निकाला घी पोषक तत्वों से भरपूर होता है और खाने में उपयोग किया जाता है।
बताशा
गधे के दूध से बनी मिठाई बताशा को खासा पसंद किया जाता है। यह एक पारंपरिक मिठाई है।
कांची दूध कैसे उपलब्ध कराया जाता है?
सीमित मात्रा में उत्पादन
कांची गधियों की सीमित संख्या के कारण इनका दूध भी सीमित मात्रा में ही उपलब्ध हो पाता है। कुछ किसान इसे स्थानीय बाजारों में बेचते हैं।
निर्यात
कांची दूध का बड़ा हिस्सा विदेशों में निर्यात किया जाता है। यहां इसके उत्पाद जैसे साबुन, दवाएं आदि तैयार की जाती हैं।
ऑनलाइन डिलीवरी
कुछ कंपनियां ऑनलाइन मंच के जरिए कांची दूध और इससे बने उत्पादों की होम डिलीवरी भी करती हैं, लेकिन इनकी कीमतें अत्यधिक होती हैं।
गधे पालन से कमाई
गधे पालन लाभदायक
गधे पालन एक लाभदायक कारोबार है। गधे के दूध की मांग तेजी से बढ़ रही है और इसका उत्पादन बहुत सीमित है। इसके दूध और उत्पादों की कीमतें काफी अधिक हैं।
निवेश और लाभ
गधा पालन में शुरुआती निवेश अधिक होता है, परंतु दीर्घकाल में इससे अच्छी कमाई होती है। गधे की देखभाल सस्ती पड़ती है और एक ही गधी से कई बार बच्चे होते हैं।
FAQs
Q: कांची गधी किन राज्यों में पाई जाती है?
A: कांची गधी केवल तमिलनाडु में पाई जाने वाली एक दुर्लभ नस्ल है।
Q: गधे के दूध को कितने समय तक स्टोर किया जा सकता है?
A: गधे के दूध को ठंडा करके 3-4 दिनों तक स्टोर किया जा सकता है।
Q: गधे का दूध पीने के क्या नुकसान हैं?
A: गधे के दूध के कोई ज्ञात नुकसान नहीं हैं। यह एक पूर्ण आहार है। कुछ लोगों को दूध की एलर्जी हो सकती है।
Q: कांची दूध किसे कहा जाता है?
A: कांची गधी के दूध को कांची दूध कहा जाता है। यह तमिलनाडु में पाई जाने वाली एक दुर्लभ नस्ल की गधी है।
Q: गधे का दूध कितने दिनों तक दिया जा सकता है?
A: गधे का दूध हर उम्र के लोगों को